दि. 1 जुलाई, 2017 से 31 मई, 2022 तक यूनियन बैंक ऑफ इंडिया के पूर्व प्रबंध निदेशक और सीईओ श्री राजकिरण रै जी को, 60 वर्ष की आयु में, तीन दशकों से अधिक का समृद्ध बैंकिंग अनुभव है, जिसमें औद्योगिक वित्त शाखा – क्षेत्रों और अंचलीय कार्यालयों का नेतृत्व करना शामिल है. 1986 में सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया में एक कृषि वित्त अधिकारी के रूप में अपना कैरियर शुरू करते हुए, श्री रै ने 17 से अधिक वर्षों तक देश के विभिन्न हिस्सों में विभिन्न शाखाओं का नेतृत्व करने वाली श्रेणियों के माध्यम से आगे बढ़ते गए. महाप्रबंधक के रूप में उनकी पदोन्नति पर, उन्हें मानव संसाधन विकास विभाग का नेतृत्व करने की जिम्मेदारी सौंपी गई. आप जब सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया के मुंबई अञ्चल के फील्ड महाप्रबंधक थे, तब आपको ओरिएंटल बैंक ऑफ कॉमर्स के कार्यकारी निदेशक के पद पर पदोन्नत किया गया. आप यूनियन बैंक ऑफ इंडिया (यू.के.) लिमिटेड के यूनियन एसेट मैनेजमेंट कंपनी, स्टार यूनियन दाई-इची लाइफ इंश्योरेंस कंपनी लिमिटेड, कॉर्पबैंक सिक्योरिटीज लिमिटेड के अध्यक्ष और एक्जिम बैंक के बोर्ड निदेशक और यूनाइटेड इंडिया इंश्योरेंस कंपनी लिमिटेड में निदेशक रह चुके हैं. इससे पहले, आपने ओरिएंटल इंश्योरेंस कंपनी लिमिटेड, केनरा एचएसबीसी ओरिएंटल बैंक ऑफ कॉमर्स लाइफ इंश्योरेंस कंपनी लिमिटेड के बोर्ड पर कार्य किया हैं।
श्री रै ने सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों में प्रबंधन कर्मियों के लिए उपयुक्त प्रशिक्षण और विकास कार्यक्रम विकसित करने पर बैंक बोर्ड ब्यूरो (बीबीबी) को सलाह देने वाली समिति के प्रमुख के रूप में भी कार्य कियाहैं. श्री रै, भारतीय बैंक संघ (आईबीए) के
अध्यक्ष भी थे. आईबीए में अपनी कई जिम्मेदारियों में से, आपने प्रबंध समिति के अध्यक्ष, मानव संसाधन और आईआर पर स्थायी समिति के अध्यक्ष और वेतन वार्ता समिति के अध्यक्ष के रूप में भी कार्य किया हैं।
उपरोक्त के अलावा, श्री रै ने निम्नलिखित पदों पर कार्य किया हैं:
• अध्यक्ष, बैंकिंग कार्मिक चयन संस्थान (आईबीपीएस) के गवर्निंग बोर्ड।
• अध्यक्ष, विभिन्न अनुशासनिक मामलों को सतर्कता और गैर-सतर्कता के रूप में वर्गीकृत कर बैंकों के लिए एक समान प्रणाली का अध्ययन और सिफारिश करनेवाली समिति।
• अध्यक्ष, भारतीय बैंकिंग और वित्त संस्थान (आईआईबीएफ)।
• अध्यक्ष, बैंकर्स इंस्टीट्यूट ऑफ रूरल एंड एंटरप्रेन्योरशिप डेवलपमेंट (BIRED)।
• आंध्र प्रदेश में राज्य स्तरीय बैंकर्स समिति (एसएलबीसी) के अध्यक्ष।
• नाबार्ड के वित्तीय समावेशन निधि के लिए सलाहकार बोर्ड के सदस्य।
• बैंकर्स इंस्टीट्यूट ऑफ रूरल डेवलपमेंट (बर्ड) की गवर्निंग परिषद के सदस्य।
• भारतीय रिजर्व बैंक के जमाकर्ता शिक्षा और जागरूकता कोष (डीईएएफ) के सदस्य।
• सदस्य, राष्ट्रीय बैंक प्रबंधन संस्थान (एनआईबीएम) के गवर्निंग बोर्ड।
• सदस्य, एनआईबीएम के नए निदेशक की नियुक्ति के लिए खोज समिति।
• सदस्य, राष्ट्रीय ऋण गारंटी ट्रस्ट कंपनी लिमिटेड (एनसीजीटीसी) का निदेशक मंडल।
श्री रै, कृषि विज्ञान स्नातक हैं और भारतीय बैंकर संस्थान के प्रमाणित सदस्य भी हैं. एक ज्वलंत शिक्षार्थी के रूप में देश के प्रतिष्ठित संस्थानों में कई कार्यकारी
कार्यक्रमों से आपको लाभ मिला है. कई प्रतिष्ठित उद्योग पुरस्कारों और अवार्डों के विजेता, श्री रै को प्रशिक्षण और नेतृत्व विकास के माध्यम से क्षमता निर्माण के उनके विशिष्ट दृष्टिकोण हेतु विश्व मानव संसाधन विकास कांग्रेस द्वारा 'मानव संसाधन अभिविन्यास के साथ सीईओ' से सम्मानित किया गया है. आपको बैंकिंग और वित्त के क्षेत्र में उनके अमूल्य योगदान के लिए भारतीय बैंकिंग और वित्त संस्थान (आईआईबीएफ) द्वारा मानद फैलोशिप से भी सम्मानित किया गया हैं
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